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बेरहम दुनिया में अनुसूचित जातियों के व्यक्ति को कैसे पीटते हैं लोग देख लीजिए रूह कांप जायेंगीं

धार्मिक नक्सलियों को कब आतंवादियों के बराबर सजा मिलेगी ।



क्या हुआ था हेतराम के साथ 

चूरू में दलित युवक हेतराम मेघवाल की पीट-पीट कर हत्या
मृतक हेतराम मेघवाल के गोवंश (गाय) कही चले गये थे उनको ढूंढने के लिए मृतक हेतराम मेघवाल, उसके चाचा बनवारी व सुगनाराम  दिनांक 9 मार्च 2019 को प्रातः 10.45 बजे ढूंढते हुये लालासर गांव पहुंच गये। यहां पर पीडितों को आरोपी सूरजभान राजपूत के घर के पास पंहुये तो आरोपी, हेतराम को काम का बहाना कर अपने घर ले गये तथा हेतराम को कमरे में बन्द कर उसके कपडे उतार कर उसके साथ लाठी, ढण्डों लोहे की फंुकणी से गम्भीर मारपीट की जिसके कारण वह जोर-जोर से चिल्लाने लगा।




हेतराम की आवाज सुनकर उसके चाचा बनवारी व सुगनाराम आरोपी के घर पर जाकर देखा तो आरोपी सूरजभान सिंह, भैरूसिंह, भागीरथ सिंह, प्रेमसिंह समस्त जाति राजपूत व सरपंच मूलाराम व अन्य 7-8 लोग हेमराम की लाठी-सरियों से पीट रहे थे उसकी हालत खबरा हो गई थी। आरोपियों ने हेतराम की इतनी गम्भीर पिटाई की कि हेतराम के हाथ पैर तोडदिये व उसको निर्वस्त्र कर पीटा जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। हेतराम के चाचा की सूचना पर हेतराम को दूधवाखारा पीएचसी में पहुंचाया हालत खराब होने केे कारण से भरतिया अस्पताल रैफर कर दिया जहां पर उपचार के दौरान हेतराम की दिनांक 10 मार्च 2019 को मृत्यु हो गई।
उक्त घटना के सम्बन्ध में मृतक के पिता ने पुलिस थाना दूधवाखारा में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई गई लेकिन घटना के 48 घण्टे से ज्यादा होने के बावजूद आरोपियों का गिरफ्तार नही किया गया है। इस क्षेत्र में राजपूत जाति का दबदबा है तथा पुलिस प्रशासन की आरोपियों की पहुंच होने के कारण से आरोपी इतने संगीन मामले में भी अपने आप को बचाने का प्रयास कर रहे है। स्मरण रहे इस गम्भीर हत्याकाण्ड में स्थानीय ग्राम पंचायत सरपंच मूलाराम भी इस जंघन्य हत्याकाण्ड में शामिल होने केे कारण से अपनी ऊंची राजनैतिक पहुंच व प्रभाव का स्तेमाल करते हुये पुलिस प्रशासन से सांठ-गांठ कर अपने आप को बचाने का प्रयास कर रहा है।



अब #कॉंग्रेस_के_दलित नेता कहा गए अगर दूसरे के बाप को अपना बाप (बहुजन पार्टियो को छोड़कर ) कहोगे तो हालात इससे भी बदतर होँगे

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