प्रमोद रंजन द्वारा संपादित महिषासुर एक जननायक अभी बुक करें Outcaste India
महान बौद्ध राजा महिषासुर पर किताब
महिषासुर पर इस किताब को संपादित किया है प्रमोद रंजन ने अच्छी किताब है।
इस किताब के पब्लिश होने पर लिखा है-
जब बचपन में मैं रामायण और महिषाासुर मर्दिनी दुर्गा के बारे में सुनता था, तब अजीब लगता था। अजीब लगने की वजह यह थी कि महिषासुर और उसकी वेशभूषा बिल्कुल हम लोगों के जैसी थी। वह हमारी तरह ही जंगलों में रहता था, गायें चराता था, शिकार करता था। फिर एक सवाल, जो मुझे परेशान करता था, वह यह कि आखिर देवताओं को हम असुरों के साथ युद्ध क्यों लड़ना पड़ा होगा। फिर जब बड़ा हुआ तो सारी बात समझ आई कि यह सब अभिजात्य वर्ग की साजिश थी, हमारे जल, जंगल और जमीन अधिकार बनाने के लिए।जब मुझे वर्ष 2005 में झारखंड का मुख्यमंत्री बनने का मौका पहली बार मिला, तब मैंने झारखंड में रहने वाले असुर जाति के लोगों के कल्याण के लिए एक विशेष सर्वे कराने की योजना बनाई थी। इस उद्देश्य यह था कि विलुप्त हो रही इस जाति को बचाया जा सके और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। वर्ष 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर मैंने इस दिशा में एक ठोस नीति बनाने की पहल की, लेकिन ऐसा न हो सका।
PHOTO SOURCE GOOGLE
बहरहाल, आज की युवा पीढ़ी अभिजात्यों द्वारा फैलाए गए अंधविश्वास की सच्चाई को समझे और नए समाज के निर्माण में योगदान दे।
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