ज्यादा खुश होने की जरूरत नही अधूरा है 13 और 200 पॉइंट रोस्टर वाला अध्यादेश
क्या अधूरा है अध्यादेश
जिस 13 प्वाइंट रोस्टर के विरोध में अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों ने भारत बंद किया था उसके लिए सरकार अध्यादेश लेकर आई लेकिन उसमें ज्यादा खुश होने की आवश्यकता नहीं है वह अध्यादेश अधूरा है उसमें 13 पॉइंट रोस्टर और 200 पॉइंट रोस्टर का कहीं जिक्र ही नहीं ।
क्या कहा लोगों ने
इस पर डीयू के प्रोफेसर डॉ० राजकुमार जी ने लिखा है -
13 पॉइंट या 200 पॉइंट का ना जिक्र है ना ही जरूरत लेकिन पढे लिखे लोग अभी तक यही लिख रहे हैं जबकि यह मुद्दा विभागवार बनाम कॉलेज/विश्वविद्यालय को यूनिट मानने का है.
किसी भी विश्वविद्यालय या कॉलिज में 13 से कम पदो का सवाल ही पैदा नहीं होता हर हाल में 200 पॉइंट रोस्टर लगेगा यह स्वाभाविक है. जहां कंही भी 13 पॉइंट लगेगा नुकसान होगा.
लंदन से पीएचडी कर रहे अरविंद कुमार ने लिखा है -
पूरा आर्डिनेन्स देखना चाहिए , क्योंकि अगर विश्वविद्यालय को यूनिट मानकर भी 13 प्वाइन्ट के रोस्टर से भर्ती होती है, तो भी आरक्षित वर्ग को नुक़सान ही होगा।
Post a Comment